1 मई 2025 से प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं को झटका लगने वाला है। डिपो संचालकों ने साफ कर दिया है कि वे राशन वितरण का कार्य बंद करेंगे। इस बड़े फैसले के पीछे सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया है। राशन वितरण बंद होने से आम जनता को जरूरी अनाज, चीनी और अन्य सामग्री मिलने में कठिनाई होगी।
1 मई से राशन वितरण बंद: क्यों लिया डिपो संचालकों ने राशन वितरण बंद करने का फैसला?
डिपो संचालकों का आरोप है कि सरकार ने अब तक पीओएस मशीनों के लिए जरूरी इंटरनेट सेवा उपलब्ध नहीं करवाई है।
डिपो संचालक हड़ताल पर इसलिए जा रहे हैं क्योंकि कई वर्षों से वे अपनी निजी जेब से मोबाइल डाटा या हॉटस्पॉट के जरिए राशन वितरण का कार्य चला रहे थे। अब उन्होंने तय किया है कि बिना सरकारी इंटरनेट सुविधा के वे काम नहीं करेंगे।
डिपो संचालकों ने विभाग को अंतिम चेतावनी दी थी कि 30 अप्रैल 2025 तक समाधान निकाला जाए। लेकिन विभाग की तरफ से न तो कोई जवाब आया और न ही कोई ठोस कदम उठाया गया। इसी के चलते 1 मई से राशन वितरण बंद रहेगा।
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डिपो संचालकों की मुख्य मांगें
- इंटरनेट सुविधा: सरकार खुद पीओएस मशीनों के लिए इंटरनेट और सिम कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराए।
- मानदेय में वृद्धि: विधानसभा चुनाव से पहले ₹20,000 मासिक वेतन का वादा किया गया था, जो अब तक लागू नहीं हुआ।
- वन टाइम लाइसेंस: संचालकों को लाइसेंस सुविधा का लाभ मिलना था, जो अधूरा है।
- समान सुविधा: सरकार द्वारा निजी इंटरनेट पर काम करवाना अन्यायपूर्ण है, इसे तत्काल रोका जाए।
डिपो संचालक हड़ताल का मुख्य मकसद अपनी मेहनत और खर्चे का सम्मान सुनिश्चित करना है। उनका कहना है कि अब वे अपनी निजी लागत पर सरकारी काम नहीं करेंगे।
सरकार की चुप्पी से बढ़ा असंतोष
डिपो संचालकों ने आरोप लगाया कि बार-बार लिखित में विभाग और सरकार को समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। यह केवल डिपो संचालकों की समस्या नहीं है, बल्कि लाखों उपभोक्ताओं के लिए भी परेशानी का कारण बनेगा।
यदि सरकार अब भी समाधान नहीं निकालती तो यह हड़ताल लंबी खिंच सकती है। डिपो संचालक हड़ताल को लेकर संचालकों ने साफ कर दिया है कि अगर जबरदस्ती राशन वितरण का दबाव बनाया गया तो वे न्यायालय का रुख करेंगे।
उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी: 1 मई से राशन बंद
जो उपभोक्ता हर महीने राशन डिपो से अनाज और अन्य सामान लेते हैं, उनके लिए यह एक गंभीर सूचना है। 1 मई से राशन बंद रहेगा। राशन लेने वालों को अब लंबा इंतजार करना पड़ सकता है, जब तक सरकार और डिपो संचालक बीच कोई समझौता नहीं होता।
प्रदेशभर में हजारों राशन डिपो हैं, और इस हड़ताल का सीधा असर निचले और मध्यम वर्ग पर पड़ेगा, जो सरकारी राशन पर निर्भर हैं।
1 मई से राशन वितरण बंद : निष्कर्ष
राशन वितरण बंद करने का फैसला आसान नहीं था, लेकिन डिपो संचालकों का कहना है कि वर्षों से उनकी अनदेखी हो रही थी। अब समय आ गया है कि सरकार डिपो संचालकों की मांगों को गंभीरता से ले और उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी से बचाए।
सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द पीओएस मशीनों के लिए इंटरनेट सुविधा सुनिश्चित करे और वादों को पूरा करे ताकि डिपो संचालक हड़ताल समाप्त हो सके और राशन वितरण फिर से सुचारू रूप से शुरू हो।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या 1 मई से पूरे प्रदेश में राशन वितरण बंद रहेगा?
हाँ, डिपो संचालकों ने सामूहिक रूप से राशन वितरण रोकने का फैसला लिया है।
Q2. राशन वितरण कब तक बंद रहेगा?
जब तक सरकार डिपो संचालकों की मांगें पूरी नहीं करती, तब तक राशन वितरण बंद रहेगा।
Q3. क्या सरकार ने कोई समाधान निकाला है?
अभी तक सरकार की तरफ से कोई ठोस पहल सामने नहीं आई है।
Q4. उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?
उपभोक्ताओं को ताजा अपडेट के लिए अपने नजदीकी डिपो से संपर्क में रहना चाहिए और वैकल्पिक व्यवस्थाओं की तैयारी करनी चाहिए।
🔗 Source: https://sanjyog.in/consumers-will-not-get-ration-from-may-1
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Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख उपलब्ध समाचार स्रोतों और डिपो संचालकों के बयानों पर आधारित है। सरकारी निर्णयों या नीतियों में बदलाव संभव है। कृपया ताजगी जानकारी के लिए आधिकारिक विभागीय नोटिस और स्थानीय डिपो से संपर्क करें।