SBI के खाताधारकों के लिए बदले नियम, चार बार से ज्यादा कैश निकासी पर लगेगा ये चार्ज
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने करोड़ों खाताधारकों के लिए अपने बेसिक सेविंग बैंक एकाउंट (BSBD) से जुड़े कई नियमों में बदलाव कर दिया है. नकद निकासी और चेक बुक जारी करने के लिए कुछ शुल्क निर्धारित किए हैं. यह बदलाव 1 जुलाई, 2021 से लागू होगा.
![SBI Online Banking: Check Out These 6 Tips From India's Largest Bank](https://nkdigitalpoint.in/wp-content/uploads/2021/05/image-6.jpeg)
यह बदलाव एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) एकाउंट होल्डर्स के लिए होगा. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जीरो बैलेंस वाले बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट एकाउंट (BSBDA) गरीबों के लिए खोलता है. अब ऐसे खाताधारकों के लिए एटीएम, चेकबुक और अन्य वित्तीय लेनदेन के लिए नया लागू होगा.
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने करोड़ों खाताधारकों के लिए अपने बेसिक सेविंग बैंक एकाउंट (BSBD) से जुड़े कई नियमों में बदलाव कर दिया है. नकद निकासी और चेक बुक जारी करने के लिए कुछ शुल्क निर्धारित किए हैं. यह बदलाव 1 जुलाई, 2021 से लागू होगा.
यह बदलाव एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) एकाउंट होल्डर्स के लिए होगा. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जीरो बैलेंस वाले बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट एकाउंट (BSBDA) गरीबों के लिए खोलता है. अब ऐसे खाताधारकों के लिए एटीएम, चेकबुक और अन्य वित्तीय लेनदेन के लिए नया लागू होगा.
सिर्फ 10 चेक का ही चेकबुक मुफ्त
इसी तरह, BSBD खाताधारक हर साल सिर्फ 10 चेक का ही चेकबुक मुफ्त पाएंगे. इसके बाद उन्हें हर चेकबुक लेने पर 40 रुपये (प्लस जीएसटी) का शुल्क देना होगा. अगर वे 25 चेक का चेकबुक लेते हैं तो उन्हें 75 रुपये (प्लस जीएसटी) का शुल्क देना होगा. हालांकि सीनियर सिटीजन से चेकबुक का चार्ज नहीं लिया जाएगा.
इसके अलावा ऐसे एकाउंट धारक को बाकी ट्रांजेक्शन जैसे एनईएफटी या आरटीजीएस पर किसी तरह का अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा. कोई भी व्यक्ति जिसके पास केवाईसी डॉक्यूमेंट हो वह एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक एकाउंट खोल सकता है. एसबीआई BSBD एकाउंट में मिनिमम बैलेंस जीरो रह सकता है. इसके तहत ग्राहकों को बेसिक रुपे ATM/debit card दिया जाता है.
अगर किसी व्यक्ति ने बैंक में बेसिक सेविंग एकाउंट खोला है तो वह बैंक में कोई और सेविंग एकाउंट नहीं खोल सकता. रुपे कार्ड पर किसी तरह का सालाना मेंटेनेंस चार्ज नहीं देना होता.